ब्रज की गली गली में शोर लिरिक्स

ब्रज की गली गली में शोर लिरिक्स भजन को श्री चित्र विचित्र महाराजजीने गाया है। इस हिन्दी कृष्ण भजन के बोल को ट्रेडिसनल लिखा गया है। जिसमे बीजेन्द्रजीने संगीत दिया है और सावरीय चेनल पर वीडियो गीत को प्रसिध्ध किया है।

ब्रज की गली गली में शोर,
आयो आयो माखन चोर,
आयो माखन चोर,
आयो आयो माखन चोर,
बृज की गली गली में शोर,
आयो आयो माखन चोर ।।

नन्द भवन में आनंद बरसे,
नन्द भवन में आनंद बरसे,
नन्द यशोदा को मनवा हरषे,
नन्द यशोदा को मनवा हरषे,
आनंद को ओर ना छोर,
आयो आयो माखन चोर,
बृज की गली गली में शोर,
आयो आयो माखन चोर |

बाज उठी मंगल शहनाई,
बाज उठी मंगल शहनाई,
जन्म लियो है कुंवर कन्हाई,
जन्म लियो है कुंवर कन्हाई,
कूके कोयल पपीहा मोर,
आयो आयो माखन चोर,
बृज की गली गली में शोर,
आयो आयो माखन चोरi

हिलमिल सखियाँ मंगल गावे,
हिलमिल सखियाँ मंगल गावे,
ग्वाल बाल सब धूम मचावे,
ग्वाल बाल सब धूम मचावे,
सबके मन में उठे हिलोर,
आयो आयो माखन चोर,
बृज की गली गली में शोर,
आयो आयो माखन चोर I

धन्य यशोदा तेरो लाला,
धन्य यशोदा तेरो लाला,
सारे जग का है रखवाला,
सारे जग का है रखवाला,
कहे ‘चित्र विचित्र’ कर जोर,
आयो आयो माखन चोर,
बृज की गली गली में शोर,
आयो आयो माखन चोर .
ब्रज की गली गली में शोर,

आयो आयो माखन चोर,
आयो माखन चोर,
आयो आयो माखन चोर,
बृज की गली गली में शोर,
आयो आयो माखन चोर।।

Mahesh Patel
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