सुख करता वंदन है लिरिक्स Sukhkarta Vandan Hai Lyrics : इस गणेश चतुर्थी स्पेसियल भजन को को प्रतीक्षा श्रीवास्तव जी द्वारा गाया गया है और लिरिक्स को अभिषेक ठाकुर द्वारा लिखा गया है। इस भजन गीत मे संगीत अभिषेक ठाकुर द्वारा कम्पोज़ किया गया है और वीडियो गीत को काशीष म्यूज़िक चेनल के माध्यम से प्रसारित किया गया है।
Sukhkarta Vandan Hai Lyrics in Hindi
सुख करता वंदन है तेरा अभिनंदन है
दुख हरता तेरा मन मोहक स्वरूप है
सुख करता रा वंदन है तेरा अभिनंदन है
दुख हरता तेरा मनमोहक स्वरूप है
विघ्न हरता कष्टों का किया हरण है
पधारो मेरे घर राजा स्वागत में दीन है
विघ्न हरता कष्टों का किया हरण है
पधारो मेरे घर राजा स्वागत में दीन है
छोड़ के ना जाऊं तेरे चरणों का दास मैं
छोड़ के ना जाऊं तेरे चरणों का दास मैं
मेरे तन मन में देवा तेरा निवास है
सुख करता वंदन है तेरा अभिनंदन है
दुख हरता तेरा मनमोहक स्वरूप है
सुख करता वंदन है तेरा अभिनंदन है
दुख हरता तेरा मन मोहक स्वरूप है
लंबोदर स्वामी तेरी महिमा अनंत है
हम सबके जीवन में तुझसे बसंत है
दयालु तू दाता तू सबसे गुणवंत है
तेरी कृपा की चाह जीवन पर्यंत है
मेरा मन रमता है तेरे गुण गाने
में मेरा मन रमता है तेरे गुण गाने में
तू ही तो बसता है मेरे मन के आंगन मे
छोड़ के ना जाऊं तेरे चरणों का दास में
छोड़ के ना जाऊं तेरे चरणों का दास मैं
मेरे तन मन में देवा तेरा निवास है
सुख करता वंदन है तेरा अभिनंदन है
दुख हरता तेरा मन मोहक स्वरूप है
विघ्न हरता कष्टों का किया हरण है
पधारो मेरे घर राजा स्वागत में दीन है
छोड़ के ना जाऊं तेरे चरणों का दास मैं
छोड़ के ना जाऊं तेरे चरणों का दास मैं
मेरे तन मन में देवा तेरा निवास है
सुख करता वंदन है तेरा अभिनंदन है
दुख हरता तेरा मनमोहक स्वरूप है
सुख करता वंदन है तेरा अभिनंदन है
दुख हरता तेरा मनमोहक स्वरूप है