पकड़ लो बाँह रघुराई लिरिक्स

पकड़ लो बाँह रघुराई लिरिक्स Pakad Lo Banh Raghurai Lyrics इस श्री राम भजन के बोल ट्रेडीशनल है और भजन को प्रकाश गाँधी द्वारा बड़े मधुर स्वर मे गाया गया है। अगर एक बार भी इस राम भजन का गाँ सच्चे मन से किया जाये तो जीवन मे से सभी दुख दर्द दूर हो जाते है।

Pakad Lo Banh Raghurai Lyrics in Hindi

पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।
डगर ये अगम अनजानी,
पथिक मै मूड अज्ञानी ।
संभालोगे नही राघव,
तो कांटे चुभ जाएँगे ।
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।

नहीं बोहित मेरा नौका,
नहीं तैराक मै पक्का ।
कृपा का सेतु बंधन हो,
प्रभु हम खूब आएँगे ।
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।

नहीं है बुधि विधा बल,
माया में डूबी मती चंचल ।
निहारेंगे मेरे अवगुण तो,
प्रभु जी ऊब जाएँगे ।
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।

प्रतीक्षारत है ये आँगन,
शरण ले लो सिया साजन ।
शिकारी चल जिधर प्रहलाद,
जी भूल जाएँगे ।
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।
नहीं तो डूब जाएँगे,
नहीं तो डूब जाएँगे ।

Shree Ram Super Hits Bhajan

Mahesh Patel
Mahesh Patel
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