चाहत मेरी यही है लिरिक्स Chahat Meri Yahi Hai Lyrics खाटू श्याम बाबा के नए भजन गीत को ज्ञान पंकज जी ने गाया है और गीत के बोल को भी ज्ञान पंकज जी ही लिखा है। कृष्ण भजन मे संगीत लखदातार द्वारा कम्पोज़ किया गया है और वीडियो गीत को लखदातार चेनल के माध्यम से प्रकाशित किया गया है।
Chahat Meri Yahi Hai Voh Din Bhi Tum Dikhao Lyrics in Hindi
श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
मेरे श्याम चाहत मेरी यही है
वो दिन भी तुम दिखाओ चाहत मेरी यही है
वो दिन भी तुम दिखाओ
मैं लिखू भजन तुम्हा रे लिखू भजन तुम्हारे
मैं लिखू भजन तुम्हारे
उन्हें तुम भी गुनगुना
चाहत मेरी यही है
वो दिन भी तुम दिखाओ
चाहत मेरी यही है
वो दिन भी तुम दिखाओ
ये भाव के हैं मोती जो तुम्ही से मिल रहे हैं
ये भाव के है मोती जो तुम से मिल रहे
जो नित नए भजन के ये फूल खिल रहे हैं
जो नित नए भजन के ये फल खिल रहे हैं
जब तान कोई छेडू
जब तान कोई छेडू प्रभु
जब तान कोई छेडू तुम सुर में सुर मिलाओ
चाहत मेरी यही है
गोविंद तुम दिखाओ चाहत मेरी यही है
गोविंद तुम दिखाओ
चरणों में तेरे बैठू तेरे ध्यान में रहूं मैं
चरणों में तेरे बैठू तेरे ध्यान में रहू मैं
जब भी जुबा में खोलू तेरी बात की करूमैं
जब भी जुबा में होलू तेरी बात ही करूं मैं
जब भी ये नैन छलके
जब भी ये नैन छलके
प्रभु जब भी ये नैन छलके तुम आके पहुंच जाओ
चाहत मेरी यही है गोविंद तुम दिखाओ
चाहत मेरी यही है गोविंद तुम दिखा
मांगू ना कुछ भी ऐसा लायक नहीं हु जिसके
मांगू ना कुछ भी ऐसा लायक नहीं हु जिसके
प्रभु मैं तो ना समझ ह देना तुम ही समझ के
प्रभु मैं तो ना समझ ह देना तुम ही समझ के
चरणों में जब गिर मैं
चरणों में जब गिर मैं
प्रभु चरणों में जब गिर मैं
तुम ही मुझे उठाओ
चाहत मेरी यही है गोविंद तुम दिखाओ
चाहत मेरी यही है गोविंद तुम दिखा