नारायण मिल जाएगा लिरिक्स Narayan Mil Jayega Lyrics राम भजन को जुबित नौटियाल ने गाया है और गीत के बोल मनोज मोंटेसीर द्वारा लिखा गया है। इस सुपर हिट्स राम भजन मे संगीत आदित्य देव जीने कम्पोज़ किया है और वीडियो को टी सिरीज़ द्वारा प्रसिद्ध किया गया है।
Narayan Mil Jayega Lyrics in Hindi Jubin Nautiyal
प्रेम प्रभु का बरस रहा है
पी ले अमृत प्यासे
सातों तीरथ तेरे अंदर
बहार किसे तलाशे
कण कण में हरि
क्षण क्षण में हरि
मुस्कुराओ में आशुवन में हरि
मन की आंखे तूने खोली
तो ही दर्शन पाएगा
पता नहीं किस रूप में आकर
नारायण मिल जाएगा
पता नहीं किस रूप में आकर
नारायण मिल जाएगा
नियति भेद नहीं करती
जो लेती है वो देती है
जो बोयेगा वो काटेगा
ये जग करमों की खेती है
यदि कर्म तेरे पावन है सभी
डूबेगी नहीं तेरी नाव कभी
तेरी बाॅह पकड़ने को
वो भेष बदल के आएगा
पता नहीं किस रूप में आकार
नारायण मिल जाएगा
पता नहीं किस रूप में आकार
नारायण मिल जाएगा
नेकी व्यर्थ नहीं जाती
हरी लेखा-जोखा रखते हैं
ओरो को फुल दिए जिसने
उसके भी हाथ महकते हैं
कोई दीप मिले तो बाती बन
तू भी तो किसी का साथी बन
मन को मानसरोवर कर ले
तो ही मोती पाएगा
पता नहीं किस रूप में आकार
नारायण मिल जाएगा
पता नहीं किस रूप में आकार
नारायण मिल जाएगा
कान लगाके बातें सुन ले
सूखे हुए दरख्तों की
लेता है भगवान परीक्षा
सबसे प्यारे भक्तों की
एक प्रश्न है गहरा जिसकी
हरी को थाह लगानी है
तेरी श्रद्धा सोना है
या बस सोने का पानी है
जो फूल धरे हर डाली पर
विश्वास तो रख उस माली पर
तेरे भाग में पत्थर है तो
पत्थर ही खिल जाएगा
पता नहीं किस रूप में आकर
नारायण मिल जाएगा
पता नहीं किस रूप मैं आकार
नारायण मिल जाएगा
पता नहीं किस रूप में आकार
नारायण मिल जाएगा
“हमने बहुत करीब से देखा है ज़िन्दगी को,
उतना ही पास रह गया, जो दे दिया किसी को।”